Monday, January 14, 2019

नक्सलियों ने धमकी दी थी: हादसे के बाद विधानसभा उपाध्यक्ष, पुलिस ने कहा- बढ़ाई थी सुरक्षा

मध्यप्रदेश की विधानसभा उपाध्यक्ष और लांजी विधायक हिना कांवरे रविवार देर रात सड़क दुर्घटना में बाल-बाल बच गईं। उनकी कार के आगे चल रहे पुलिस वाहन को सामने से आ रहे ट्राले ने जोरदार टक्कर मारी। हादसे में कार ड्राइवर और तीन पुलिसकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से जख्मी एक पुलिसकर्मी को नागपुर रेफर किया गया है। कावरे ने कहा कि उन्हें 2 बार नक्सलियों ने धमकाया था।

कांवरे विधानसभा उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार बालाघाट आ रही थीं। बालाघाट से करीब 21 किलोमीटर दूर सालेटेका गांव के पास उनके फॉलो वाहन को ट्राले ने टक्कर मारी। ठीक पीछे चल रही हिना की गाड़ी को उनके ड्राइवर ने सूझ-बूझ से बचाते हुए आगे निकाल लिया।

असामाजिक तत्व ने भेजी चिट्ठी- पुलिस

पुलिस अधीक्षक ए जयदेवन ने बताया- हिना कावरे को धमकी भरी पहली चिट्ठी 31 दिसंबर को और दूसरी चिट्ठी 10 जनवरी को मिली थी। कावरे ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत भी की थी। उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। लेकिन, पहली नजर में ऐसा नहीं लग रहा है कि नक्सलियों ने यह चिट्ठी भेजी है। यह खत किसी असामाजिक तत्व के द्वारा बालाघाट से पोस्ट किया गया है।

उन्होंने कहा- घटना के बाद ट्रक चालक भाग गया था। उसकी पहचान कर ली गई है। राज्य सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। हिना के पिता और पूर्व मंत्री लिखीराम कांवरे की 1999 में उनके घर पर नक्सलियों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी।

जवानों के परिवारों को मिलेगी एक करोड़ की आर्थिक मदद

दुर्घटना में जान गंवाने वाले तीनों पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद और अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। मृतकों में एसआई हर्षवर्धन सोलंकी, हेड कॉन्स्टेबल हामिद शेख, सिपाही राहुल कोलारे और ड्राइवर सचिन शामिल हैं। सिपाही अमित कोरव को नागपुर रेफर किया गया है।

कांग्रेस ने बताया था निजता पर प्रहार

इस मामले में कांग्रेस ने कहा था कि अबकी बार मोदी सरकार ने निजता पर वार किया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि देश को एक पुलिस राज्य में बदला जा रहा है। यह समस्या का हल नहीं है। एक अरब से ज्यादा भारतीयों के बीच साबित हो गया कि आप (नरेंद्र मोदी) एक असुरक्षा महसूस करने वाले तानाशाह हैं। इस पर सरकार ने जवाब दिया कि कंप्यूटर डेटा की जांच के नियम यूपीए सरकार के समय साल 2009 में बने थे। अब सिर्फ संबंधित एजेंसियों को नोटिफिकेशन जारी किया गया है।

क्या है आईटी एक्ट की धारा-69 ?
इसके मुताबिक अगर केंद्र सरकार को लगता है कि देश की सुरक्षा, अखंडता, दूसरे देशों के साथ मैत्रीपूर्ण रिश्त बनाए रखने या अपराध रोकने के लिए किसी डेटा की जांच की जरूरत है तो वह संबंधित एजेंसी को इसके निर्देश दे सकती है।

शाही स्नान : 15, 21 जनवरी, 4,10,19 फरवरी, 4 मार्च
इतिहास : प्रयाग कुंभ का लिखित इतिहास में जिक्र गुप्तकाल में (चौथी से छठी सदी) मिलता है। चीनी यात्री ह्वेनसांग ने किताब में कुंभ का जिक्र किया। वह 617 से 647 ईसवीं तक भारत में रहे थे। लिखा है कि प्रयाग में राजा हर्षवर्धन ने अपना सब कुछ दान कर राजधानी लौट जाते हैं।

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