Monday, March 18, 2019

न्यूज़ीलैंड में दो मस्जिदों पर हुए हमलों को कुछ ऐसे अंजाम दिया गया

न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों पर शुक्रवार को हमला हुआ जिसमें कम से कम 50 लोगों की मौत हुई और 50 के घायल होने की ख़बर है.

दो लोगों की स्थिति गंभार बताई जा रही है.

इस हमले को देश के इतिहास का अब तक का सबसे घातक हमला बताया जा रहा है. प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने इसे न्यूज़ीलैंड के इतिहास का "काला दिन" कहा है.

ये हमला कैसे हुआ, इसके बारे में जो जानकारी मौजूद है उसके अनुसार सबसे पहले गोलीबारी अल नूर मस्जिद में हुई जो कि क्राइस्टचर्च शहर के केंद्र में है.

हमला ब्रेन्टन टैरन्ट नाम के 28 साल के एक व्यक्ति ने किया जिसने हमले में कुल पांच बंदूकों का इस्तेमाल किया.

पुलिस का कहना है कि उन्हें लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई नागरिकब्रेन्टन टैरन्ट ने अकेले इस हमले को अंजाम दिया है.

ब्रेन्टन को नस्ल के आधार पर, श्वेत राष्ट्रवाद और अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से प्रेरित बताया जा रहा है.

ब्रेन्टन ने गोलीबारी का पूरा वीडियो सोशल मीडिया फ़ेसबुक पर लाइवस्ट्रीम किया, जिसके लिए सिर पर लगे कैमरे यानी हेड माउन्ट कैमरे की मदद ली गई है.

सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो में हाथों में एक सेमी-ऑटोमेटिक बंदूक ले कर मस्जिद के भीतर जाता ये व्यक्ति सामने आने वाले हर किसी पर लगातार गोलियां बरसाता दिखता है.

हैडकैम का वीडियो अल नूर मस्जिद के पश्चिम में लेज़ली हिल्स ड्राइव में एक औद्योगिक इलाके से शुरु होता है. हमलावर इसके बाद मान्डेविल स्ट्रीट की तरफ से होते हुए ब्लेनहिम सड़क पर आता है और फिर डीन्स अवेन्यू के उत्तर की तरफ जाता है.

पहला हमला - अल नूर मस्जिद, 41 की मौत

कुछ मिनटों में हमलावर मस्जिद पहुंचता है. वो सड़क के किनारे डीन्स अवेन्यू की तरफ कार मोड़कर इसे पार्क करता है.

हमलावर कार से बाहर निकल कर कार की डिक्की खोलता है और डिक्की में रखे हथियारों में से कुछ चुनता है. इसके बाद वो अल नूर मस्जिद की इमारत की तरफ रुख़ करता है और गोलियां बरसाता हुआ मस्जिद में दाख़िल होता है.

इस वक्त स्थानीय समयानुसार करीब 13.40 बजे थे.

छह मिनट बाद वो डीन्स अवेन्यू से कार लेकर पार्क (बोटानिकल गार्डन) से होता हुआ बेली अवेन्यू पहुंचता है. यहां हैडकैम से आने वाला वीडियो फुटेज बंद हो जाता है.

पहले हमले के कुछ देर बार दूसरा हमला लिनवुड मस्जिद पर होता है जो अल नूर मस्जिद के करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर है.

शुक्रवार का दिन होने के कारण इस वक्त मस्जिद में नमाज़ पढ़ने के लिए लोग जमा थे. गोलियों की आवाज़ सुनने के बाद अधिकारी 13.40 को हरकत में आए.

दोपहर के 14.11 तक अधिकारियों ने पुष्टि कर दी कि हालात और बिगड़ सकते हैं और आसपास से स्कूलों को कुछ देर के लिए बंद करने के आदेश दिए गए.

हेडकैम से मिली तस्वीरों में देखा जा सकता है कि हमलावर जैसे-जैसे एक कमरे से दूसरे कमरे की तरफ बढ़ता रहा, वो लोगों पर नज़दीक से लगातार गोलियां बरसाता रहा. उसने घायलों पर भी गोलियां चलाईं.

एक प्रत्यक्षदर्शी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि वो अपनी जान बचाने के लिए दौड़ रहे थे और मस्जिद के भीतर फर्श पर ख़ून से लथपथ लोग पड़े थे.

पहला हमला - लिनवुड मस्जिद, 8 की मौत (एक व्यक्ति ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ा)

क्राइस्टचर्च के रिहाईशी इलाके के पास मौजूद लिनवुड मस्जिद पर हुए हमले के बारे में फ़िलहाल कम ही जानकारी सामने आई है.

हमले में बचे लोगों ने स्थानीय मीडिया को बताया है कि काले रंग की हेलमेट पहने एक व्यक्ति ने मस्जिद के भीतर गोलियां चलाईं. जिस वक्त हमला हुआ उस वक्त मस्जिद में क़रीब 100 लोग नमाज़ पढ़ने आए थे.

पुलिस कमीश्नर माइक बुश का कहना है कि "दोनों हमलों को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया है".

पुलिस ने दोनों मस्जिदों के नज़दीक से हथियार बरामद किए हैं. पुलिस का कहना है कि उन्हें हमलावर की कार में दो विस्फोटक भी मिले थे जिन्हें सेना ने निष्क्रिय किया.

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